फ्रांसीसी अखबार Le Monde Diplomatique में हाल के एक लेख के
अनुसार, फ्रांस में कृषि भूमि में भारी निवेश करने वाली विदेशी और फ्रांसीसी दोनों
कंपनियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है [1]। ये कंपनियां अब केवल
कृषि के व्यावसायिक पक्ष को ही नहीं, बल्कि संपूर्ण उत्पादन
श्रृंखला को नियंत्रित करने के लिए कृषि क्षेत्र में प्रवेश कर रही हैं। उद्योगपतियों द्वारा कृषि भूमि को इस तरह निगलना अब केवल विकासशील देशों तक ही
सीमित नहीं है बल्कि फ्रांस जैसे विकसित देशों में भी ये हो रहा है। यहाँ इस लेख
का संक्षिप्त सारांश दिया गया है।
चीनी
कंपनी रिवार्ड ग्रुप (Reward
Group) ने फ्रांस में १७०० हेक्टर
कृषि भूमि खरीदी
अप्रैल
२०१६ में, बीजिंग
स्थित चीनी समूह रिवार्ड्स ग्रुप ने Indre और Allier के फ्रांसीसी जिलों में १७०० हेक्टर गेहूं के खेत
खरीदे। यह जमीन खरीद फ्रांस के औसत कृषि क्षेत्र के २० गुना से भी ज्यादा है।
फ्रांसीसी गेहूं के आटे की चीन में Chez Blandine नामक एक बड़ी बेकरी श्रृंखला (Bakery chain) को आपूर्ति की गई थी।
हालांकि
समूह २०१९ में दिवालिया हो गया, फिर भी रिवार्ड्स ग्रुप की फ्रांसीसी सहायक कंपनी (जो दिवालिएपन से बच गई), रिसोर्स इन्वेस्टमेंट द्वारा खेती की जा रही है।
इटली
के समूह यूरीकॉम ने फ्रांस के कॅमार्ग में १३०० हेक्टर जमीन खरीदी है
चावल
प्रक्रिया और व्यापार में युरोपमें नंबर एक की कंपनी, यूरीकॉम अब चावल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध फ्रेंच कॅमार्ग जिल्हे में १३००
हेक्टर भूमि की मालिक है।
Aqualande, फ्रांस की सबसे बड़ी मछली पालन कंपनी
फ़्रांस की कंपनी Labeyrie Fine Foods ये फ़्रांस में foie
gras (बत्तख के जिगर से बना एक फ्रेंच व्यंजन,) फ़्रेंच स्मोक्ड सैल्मन (smoked salmon), ट्रुट मछली (trut fish) और समुद्री भोजन (seafood ) की नंबर एक की उत्पादक है। इसकी सहायक कंपनी Aqualande अब फ्रांस की सबसे बड़ी
मत्स्य उत्पादन कंपनी बन गई है। इसके सैंतीस मत्स्य केंद्र फ्रांस के दस जिलों में
फैले हुए हैं।
फ्रांस में कृषि भूमि में
बड़ी कंपनियों की इतनी दिलचस्पी क्यों है?
फ्रांस में, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय कंपनियां वर्तमान में अपने अंतरराष्ट्रीय
प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कृषि में अधिक निवेश करती हैं। कंपनियों द्वारा इन
जमीनों की खरीद के पीछे लिए तीन बड़े कारण हैं।
१) कंपनियां अन्य उत्पादकों (किसानों)
पर निर्भर हुए बिना सीधे कृषि उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित कर सकती हैं।
२) कच्चे माल का नियंत्रण ग्राहकों की
बदलती अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए अधिक लचीलापन प्रदान करता है।
३) कृषि वस्तुओं का प्रत्यक्ष उत्पादन
कंपनियों को किसानों, सहकारी समितियों और अन्य
दलालों जैसे महंगे बिचौलियों को वर्जित करने की संभावना देता है।
यहां यह बात
समझना जरुरी है कि खेती के ये नए तरीके वेतनभोगियों पर आधारित हैं। खेतिहर मजदूर
अब सफेदपोश कृषि प्रबंधकों के नेतृत्व में खेतों में काम करते हैं। उदाहरण के लिए, कॅमार्ग में यूरीकॉम के स्वामित्व वाली चावल की खेती के
मामले में, फसल नियोजन, उपकरण, कार्य अनुसूची आदि के फैसले इटली के
लोम्बार्डी क्षेत्र में कंपनी के मुख्यालय में किए जाते हैं, जो कॅमार्ग से लगभग ५०० किलोमीटर दूर है।
यूरोपीय संघ की कॉमन
एग्रीकल्चर पॉलिसी (CAP- साझा कृषि नीति) के
माध्यम से वित्त सहायता
बड़ी कंपनियों का मुख्य उद्देश्य अपनी
उत्पादन लागत को कम करना होता है। इसमें CAP के तहत यूरोपीय संघ
द्वारा दी जाने वाली बड़ी वित्तीय सहायता का लाभ उठाना शामिल है।
फ्रांस में, उदाहरण के लिए, प्रति खेत औसत सब्सिडी
लगभग ३०००० यूरो है, लेकिन २०२० में, यूरीकॉम को CAP से ६८०००० यूरो प्राप्त
हुए [२]! CAP की यूरोपीय नीति भूमि क्षेत्र को सीमित नहीं करती है: आपके पास जितनी अधिक हेक्टर भूमि होगी, आपको उतनी ही अधिक
वित्तीय सहायता मिलेगी!
फ्रांस में कृषि क्षेत्र
असुरक्षित क्यों है?
फ्रांसीसी कृषि क्षेत्र कई वर्षों से
कठिनाइयों से गुजर रहा है जिससे कृषि पर निर्भर श्रमिकों की आजीविका बहुत कठिन हो
गई है। अधिकांश समय उन्हें कुछ चंद यूरो कमाने के लिए सप्ताह में साठ घंटे काम
करने के लिए मजबूर होना पड़ता है और उनपर कर्ज का भारी बोझ भी पड़ता है।
यदि फ्रांसमे सेवानिवृत्ति के योग्य
सभी किसान अगले ३ वर्षों में सेवानिवृत्त होते है, तो १६०००० कृषि भूमि को
उत्तराधिकारियों की आवश्यकता होगी। इस पृष्ठभूमि में, यह आश्चर्य की बात नहीं
है कि बड़ी कंपनियां कृषि में भारी निवेश कर रही हैं।
स्थानिक जमीन विकास आणि
ग्रामीण व्यवस्थापन संस्था (SAFER - la Société d’Aménagement Foncier et
d’Etablissement Rural)
[(SAFER) ची मान्यता प्राप्त करणे आवश्यक आहे.
या निनावी, नफा न कमावणाऱ्या संस्था -
प्रत्येक फ्रेंच जिल्ह्यामध्ये एक अश्या आहे - ज्या एक महत्वाचे सार्वजनिक हिताचे
कार्य पार पाडतात, ते म्हणजे शेतकऱ्यांच्या
नावे शेतजमिनीचे पुनर्वितरण करणे. हे त्यांचे कार्य दिवसेंदिवस दिशाहीन होत चालले
आहे [३].
स्थानीय भूमि विकास और
ग्रामीण प्रबंधन संगठन (SAFER -
la Société d'Aménagement Foncier et d'Etablissement Rural)
फ्रांस में, कृषि भूमि खरीदने के लिए, आवेदकों को स्थानीय SAFER का अनुमोदन प्राप्त करना होता है। ये
बेनाम, गैर-लाभकारी संगठन -
जो हर फ्रांसीसी जिले में होते है, किसानों के नाम पर खेत का पुनर्वितरण करने का एक महत्वपूर्ण, जनहित का काम करते हैं। उनका काम दिन-ब-दिन पथभ्रष्ट होता जा रहा है [३]। उनके पतन का एक मुख्य कारण उनके लिए उपलब्ध वित्तीय संसाधनों की भारी कमी है।
जब १९६० में सैफर्स की स्थापना हुई, तो इसका ८०% कोष सरकारी धन से आया। २०१७ से यह अनुपात घटकर २% रह गया है। आज, उनका अधिकांश राजस्व
स्व-वित्तपोषण सौदों से आता है। इस तरह उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति बनाए रखने के
लिए अधिकतम बिक्री लेनदेन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
एक नया लेकिन अधूरा कानून
फ्रांसीसी वित्त न्यायालय के दबाव में, फ्रांसीसी संसद ने अंततः १३ दिसंबर २०२१ को "कृषि भूमि में कंपनियों के
प्रवेश को विनियमित करने के लिए आपातकालीन उपाय अधिनियम" पारित किया। लेकिन
इस कानून की कई खामियां इसे आंशिक रूप से अप्रभावी बनाती हैं। इन सफर संस्थाओंपर
"क्षेत्रीय विकास" और "आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय प्रगति के साथ-साथ रोजगार निर्मिति" के मुद्दों को
प्राथमिकता देनेके लिए दबाव है।
वर्तमान में, यूरोपीय आयोग ने पहले से
ही कई महत्वपूर्ण उपायों को अपनाया है, जैसे कि किसानों के हित में
पूर्वनिश्चयन (Preemption) अधिकार, भूमि क्षेत्र के आकार पर नियंत्रण या सट्टेबाजी विरोधी प्रावधान। हालांकि बड़ी
कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने की नियत और इस (कृषि) प्रश्न के बारे में व्यापक
जागरूकता की अभी भी कमी है।
[1] https://www.monde-diplomatique.fr/2022/02/LECLAIR/64330
[2] Source : Telepac, ministère de
l’agriculture,
https://www.telepac.agriculture.gouv.fr/telepac/auth/accueil.action
[3] https://www.monde-diplomatique.fr/2019/07/LECLAIR/60033
No comments:
Post a Comment